किस को भूले , किसे याद करे !
किस को भूले , किसे याद करे
हे शिव , परम पिता
तुहि बता
पग पग पर है मेरे अपनोंके मजार
वैदिको ने किया है उनपे वार
है शहीद करोडो पड़े यहाँ
किसे कहे अपना , किसे पराया
किसीकी मूर्ति गढ़ु , किस के चित्र निकलू
किस की बरसी मनाऊ , किस की याद में रोऊ
तीन चार हजार वर्ष के ब्राह्मण परदेशी
पर लाखो , करोडो साल के हम स्वदेशी
बेनाम पड़े है करोडो वीर हमारे
जो लड़े विदेशी ब्रह्मिनो से
वो भी थे हमारे
तब हे परम पिता शिव
तुहि बता , किसे मानु , किसे ना मानु
हमने माना है सभी तुजमे
राम , कृष्ण , कबीर
मैंने देखा मुझमे
वोभी करते थे तुझे सलाम
चाहे हो वो आज अब्दुल कलाम
बुद्ध, महावीर , नानक माना
सभी धर्म शिव तुजमे जाना
शिवाजी , राणा , छत्रपति
सब ने माना
कोण नहीं शिव संभो तेरा दीवाना
साई हो या ज्योतिबा फुले
सब बड़े हुवे तेरा नाम ले ले
मोहन , भीम कितनेही आये
तुज बिन कोण हिन्दू लिख पाए
तब हे परम पिता शिव
तुहि बता किसे मानु , किसे ना मानु
तब तूने ही मुझे
एक युक्ति सुझाई
एक दिन मज़े नयी राह दिखाई
कहा नेटिव है सभी मेरे भाई
क्यों सब्दो की हेरा फेरी मचाई
ना जात , ना वर्ण
ना ब्राह्मण , ना कर्म
समझ सब को नेटिव
यही है मर्म
शिव में देख सभी को
सलाम कर नेटिविज़्म को
उसको ही अपना गुरु मान
शिव सदैव उसमे जान
जिव शिव का बताया यही रहश्य
तब आया मेरे मुख पर सहज हास्य
अब मै सभी पूर्वज एक में ही देखता हु
शिव का आदेश है
विदेशी ब्राह्मण भगावो कहता हु
नेटिविस्ट डी डी राउत ,
#जनसेनानी कल्याण #Janasenani १७ सितम्बर, २०१८

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